आखिर रात के अंधेरे मे यू कब तक चलता रहेगा अवैध खनन...!
जैतारण, (आईबीखांन)।
खनन विभाग एवं पुलिस प्रशासन की सख्ती के अभाव में जैतारण इलाके की प्रमुख नदीयो में रात के अंधेरो में अवैध बजरी खनन का यह खेल निराले अंदाज में ही चल रहा है।खनन विभाग की खननकर्ताओ पर रहम दिली के कारण इनका कारोबार रात के अंधेरे में शुरू होकर सूर्योदय से पहले ही खत्म हो जाता है।
जैतारण इलाके से गुजरने वाली कोई आधा दर्जन प्रमुख नदीयो पर शाम ढलते ही अवैध खनन का कारोबार शुरू हो जाता है,जिसे रोकने वाला कोई नही है।पर्यावरण एवं प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने वाले खनन माफियाओ के हौसले इतने बुलंद है कि वे खनन विभाग की तर्ज पर बजरी की वशूली कर रहे है,लेकिन खनन विभाग इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।पुलिस प्रशासन तो फिर भी यदाकदा बजरी का अवैध परिवहन करने वाले टेक्टर चालको के खिलाफ कार्यवाही करता भी है,लेकिन खनन विभाग का तो भगवान ही मालिक है।जैतारण के बाझाकुड़ी,निम्बोल,फूलमाल,खेड़ामहाराजपुर,मोहराई,बिरामपुरी,आसरलाई,रास सहित अनेक नदीयो मे पिछले लम्बे समय से बजरी के खनन माफियाओ के व्दारा जेसीबी एवं फोकलेन मशीनो की सहायता से रात्रि के समय मे बड़े पैमाने पर खनन कर मुंह मागे दामो पर बेची जा रही है।भरोसामंद सूत्रो का कहना है कि खनन विभाग के अधिकारीयो को इसकी सम्पूर्ण जानकारी होने के बावजूद वे इस पर कार्यवाही नही कर रहे है।इसके पीछे तर्क यह है कि उनको घर बैठे चांदी मिल रही है।खनन विभाग की नजरो में तो जैतारण इलाके मे कई ऐसा खनन हो ही नही रहा है,लेकिन मौके पर जो बड़े बड़े गडडे एवं मशीनो के निशान इस बात की गवाही देने के लिए काफी है।खेड़ामहाराजपुर एवं फूलमाल ग्राम के लोग तो रात के अंधेरे में चलने वाले इस खनन के खैल की शिकायते करते करते परेशान भी हो गए है,लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ नही।
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