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एक दीपक शहीदो के नाम कार्यक्रम आयोजित ( जैतारण-पाली: आई.बी.खांन)

एक दीपक शहीदो के नाम कार्यक्रम आयोजित
( जैतारण-पाली: आई.बी.खांन)
दीपावली के पूर्व संध्या पर जैतारण क्षेत्र के बलून्दा ग्राम के ग्रामीणो ने एक दीपक शहीदो के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां ग्रामीणो ने ग्राम के मुख्य चैक पर लगभग 1100 दीपक जलाकर देश के शहीदो की शहादत को याद करते हुए ग्राम के भूतपूर्व सैनिको का भी सम्मान किया गया।
 बलून्दा ग्राम के मुख्य बाजार में स्थित ग्राम के मुख्य चैक पर दीपावली की संध्या पर ग्रामीणो ने देश के शहीदो के नाम एक दीपक जलाने का कार्यक्रम रखा जहां ग्राम के प्रत्येक घर से लोग एक एक दीपक जलाकर यहां लाया गया। इस अवसर पर भारत का नक्शा बनाकर उन तमाम दीपको को वहां जलाया गया जहां भारत का नक्शा इन दीपको से जगमग हो गया। इस अवसर पर उपस्थित सैकडो ग्रामीणो ने देश के नाम अपने प्राणो की आहुतिया देने वाले अनाम शहीदो की शहादत को याद करते हुए ग्राम के कुछ पूर्व सैनिको का सम्मान किया गया। ग्राम में पहलीबार आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर लोगो में राष्टभाव का चेतना जागृत हो उठी। इस अवसर पर भारत माता के जयकारो के नारो से पूरा गांव गूंजयमान हो गया। 9413063300


4 टिप्‍पणियां:

  1. अर्जुन ने उठा लिया गाँडीव क्रोध मे फिर से,
    नटवर नागर ने धारण चक्र कर लिया फिर से,
    नैत्र खुला यदि शँकर का ,तो नामोनिशाँ नही होगा,
    नक्शा तो होगा पर नक्शे पर पाकिस्तान नही होगा।।
    आस्था के उबाल और राष्ट्र भक्ति से सरोबार इस एतिहासिक कार्यक्रम"एक दीपक सैनिकों के नाम"मे पधारे व सहयोग कर्ता सभी मित्रो का हार्दिक साधुवाद ।आज हमने महसूस किया.. यही रीयल हीरो है..दुश्मन को उसके घर मे घुसकर मारना हो,गद्दारो का एनकाउन्टर हो या भारत माता की ओर उठने वाली नापाक निगाहों मे तेजाब डालकर दुश्मन को सबक सिखाने का काम हो..यही जाँबाज होते है...ये है..तो हम है...एसे प्रत्येक परमवीर सैनिक को हमारा सैल्यूट....।
    **सँयोजक**
    @ श्रवणकुमार लक्षकार (राज्य स्तरीय पुरस्कृत प्राध्यापक) बलून्दा,पाली
    ९२१४९ ८२८७०
    ९४६०४ १३४०७

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  2. अर्जुन ने उठा लिया गाँडीव क्रोध मे फिर से,
    नटवर नागर ने धारण चक्र कर लिया फिर से,
    नैत्र खुला यदि शँकर का ,तो नामोनिशाँ नही होगा,
    नक्शा तो होगा पर नक्शे पर पाकिस्तान नही होगा।।
    आस्था के उबाल और राष्ट्र भक्ति से सरोबार इस एतिहासिक कार्यक्रम"एक दीपक सैनिकों के नाम"मे पधारे व सहयोग कर्ता सभी मित्रो का हार्दिक साधुवाद ।आज हमने महसूस किया.. यही रीयल हीरो है..दुश्मन को उसके घर मे घुसकर मारना हो,गद्दारो का एनकाउन्टर हो या भारत माता की ओर उठने वाली नापाक निगाहों मे तेजाब डालकर दुश्मन को सबक सिखाने का काम हो..यही जाँबाज होते है...ये है..तो हम है...एसे प्रत्येक परमवीर सैनिक को हमारा सैल्यूट....।
    **सँयोजक**
    @ श्रवणकुमार लक्षकार (राज्य स्तरीय पुरस्कृत प्राध्यापक) बलून्दा,पाली
    ९२१४९ ८२८७०
    ९४६०४ १३४०७

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  3. अर्जुन ने उठा लिया गाँडीव क्रोध मे फिर से,
    नटवर नागर ने धारण चक्र कर लिया फिर से,
    नैत्र खुला यदि शँकर का ,तो नामोनिशाँ नही होगा,
    नक्शा तो होगा पर नक्शे पर पाकिस्तान नही होगा।।
    आस्था के उबाल और राष्ट्र भक्ति से सरोबार इस एतिहासिक कार्यक्रम"एक दीपक सैनिकों के नाम"मे पधारे व सहयोग कर्ता सभी मित्रो का हार्दिक साधुवाद ।आज हमने महसूस किया.. यही रीयल हीरो है..दुश्मन को उसके घर मे घुसकर मारना हो,गद्दारो का एनकाउन्टर हो या भारत माता की ओर उठने वाली नापाक निगाहों मे तेजाब डालकर दुश्मन को सबक सिखाने का काम हो..यही जाँबाज होते है...ये है..तो हम है...एसे प्रत्येक परमवीर सैनिक को हमारा सैल्यूट....।
    **सँयोजक**
    @ श्रवणकुमार लक्षकार (राज्य स्तरीय पुरस्कृत प्राध्यापक) बलून्दा,पाली
    ९२१४९ ८२८७०
    ९४६०४ १३४०७

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  4. MANOJ SHARMA: "एक दीपक शहीदों के नाम"
    बलुन्दा:पाली जिले की सीमा से सटा छोटा सा क़स्बा जहा देश भक्ति कूट कूट कर भरी है। जब बात सैनिकों की तो ग्रामवासी कहा पीछे हटने वाले कार्यक्रम के संयोजक श्रवन कुमार लक्षकार ने बताया की ग्राम बलुन्दा के मुख्य बाजार चोक में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में गांव के समस्त सैनिक व् भूतपूर्व सैनिकों एव उनके परिवारों वालो का बलुन्दा ग्रामवासियो द्वारा सम्मान दिया गया,साथ ही उनकी जिंदगी से जुड़े पलो को ग्रामीणों के समक्ष साझा किया गया।लगभग 1100 दीपक जलाकर शहीदो को नमन किया,
    इस अवसर पर: ग्राम के प्रथम राष्ट्रीय पुरस्करित पूर्व सैनिक सूबेदार श्री भीमसिंह ने कहा देश के लीये शहादत किस्मत वाले सैनिक को ही नसीब होता है। ग्रामवासियों द्वारा एक सैनिक को मिला यह सम्मान से बढ़ कर कोई बड़ा सम्मान नहीं होता है। हमारे ज़माने में जब हम फ़ौज से घर आते तो हमारे साथी हमारे बारे जानने को ताँता लगा रहता था।
    पूर्व सैनिक सूबेदार श्री बन्ने सिंह ने कहा की मेरे बड़े भाई की प्रेरणा से ही में फ़ौज में गया था। इनसे में बड़ा प्रभावित हु। एक जमाना था जब दो चार दुश्मनों को तो हम हाथो से मार गिरा देते थे। हमारी आँखों में देश भक्ति देख दुश्मन हमारे सामने नकमस्तक कर उसके ठिकाने को निस्तेनाबुत किया है।
    पूर्व सैनिक हाजी मोहम्मद रफीक साहेब ने कहा इस तरह के आयोजन से सैनिक का मनोबल बढ़ता है। ग्रामवासियों का इस तरह सैनिको के प्रति इस तरह समर्पित भाव से मै कहता हु की चीन पाकिस्तान तो क्या दुनिया की कोई भी ताकत भारत मुकाबला नहीं कर सकती ।
    सैनिक श्री अशोक चौधरी ने कहा की हमारे खून में ही देश भक्ति है मेरे दादा जी और मेरे पिताजी और मेरा बड़ा भाई श्रवन चौधरी देश की सेवा में लगे है। और कारवाँ आगे भी चलता रहेगा । अपने पलों को साझा करते हुवे कहते है की हाल में पाकिस्तान में हुवे सर्जिकल स्ट्राइक हम बॉर्डर के पास ही तैनात थे। और हमारे ऊपर से ग्रेनाईट और गोलिया निकल रही थी ये मातारानी और ग्रामवासियों का अश्रीवाद ही था जो आज आपके समक्ष हु। कल मेरी छुटी ख़तम हो रही है और जंग छिड़ी तो आपको विश्वास से कहता हु की दुश्मनों को उसके घर में घुस कर एक एक मरूंगा ।।

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