फिर छाये किसानों पर सँकट के बादल...!
जैतारण/आईबीखान
जैतारण तहसील क्षेत्र के किसानों पर लगता है अभी तक सँकट के बादल टले नहीं है।बेमौसमी बरसात, ओलावृष्टि एवं शीतलहर के कारण पहले से ही फसल खराबा का दँश झेलकर अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहे इन धरतीपुत्रो पर एकबार फिर मौसम की मार भारी पडने वाली है।पिछले दो-चार दिनों से आसमान मे लगातार बादलों की आवाजाही ने किसानों को सँकट मे डाल दिया है।
युवा किसान नेता हीरालाल भाटी राबडियावास ने बताया की मौसमी तँत्र मे यकायक हो रहे बदलाव एवं बादलों के कारण किसानों की जीरे की फसलों मे नुकसान होने के कारण किसान इन दिनों खासा परेशान है।पुराने जख्म अभी भरे ही नहीं की इन बादलों ने किसानों के घाव और गहरे कर दिये है।भाटी ने बताया कि बादलों की आवाजाही के कारण जहां जीरे की फसलों मे छाछिया रोग फैल रहा है तो बरसात की आशंका को लेकर रायडे की तैयार फसल पर भी सँकट के बादल मडराने लगे है।उल्लेखनीय है कि जैतारण क्षेत्र मे इन दिनों रायडे की फसल की कटाई करने का कार्य शुरू हो गया है,ऐसे मे यदि अब बरसात होती है तो खेतों मे पडी रायडे की फसल खराब हो सकती है।भाटी ने बताया की इलाके मे चन्ने की फसल भी तैयार है,लेकिन बादलों के कारण यह फसल भी खराब होने के कगार पर है।भाटी ने बताया की किसानों पर पहले तो राज रूढा हुआ है और अब राम भी रुढ रहा है...9413063300
Post a Comment