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...तो क्या शहर मे यू ही पडे रहेगे यह खडडे


जैतारण(आईबीखान)।
जैतारण नगरपालिका परिक्षेत्र के विभिन्न गली मौहलो एवं प्रमुख सड़क चौराहो पर सीवरेज लाईन डालने के लिए खोदी गई सड़को की आज दिन तक सीवरेज ठेकेदार के व्दारा पुन:मरम्मत नही करने से शहरवासी खासा परेशान है।सड़को की खस्ताहाल से जहां लोगो को आवागमन में परेशानीयो के साथ साथ इन खस्ताहाल सड़को पर उड़ने वाले धूल के गुब्बार से आमजन को दोहरी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।बताते चले की जैतारण में लगभग 45 करोड़ का सीवरेज प्रोजेक्ट का ठीक एक साल पहले मंत्री सुरेन्द्रगोयल के कर कमलो से इसका शिलान्यास किया गया था,तब से लेकर अब तक पूरे शहर मे सीवरेज लाईन बिछाने का यह कार्य मंतरगति से चल रहा है।जैतारण के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होने वाली इस सीवरेज योजना के सार्थक परिणाम भले ही देरी से आएगे,लेकिन सबसे बड़ा अहम सवाल यह है कि क्या इस योजना के पूरे होने तक शहरवासीयो को दोहरी समस्याओ का यू ही सामना करना पड़ेगा या फिर नगरपालिका किसी एक परेशानी से लोगो को निजात दिलाएगी या नही...? क्योकि शहर के सुरत ए हाल इन दिनो सीवरेज के ठेकेदारो ने ऐसा बिगाड़कर रख दिया की शहर मे कई स्थानो पर गडडे पड़े है तो कई जगहो पर बीच सड़को बेतरतीब रूप से आधी अधूरी खोदकर ठेकेदारो ने उसे लोगो के दुर्घटनाग्रस्त होने के लिए यू ही खुला छोड़ दिया है।प्रमुख सड़को पर वाहनो के निकलने पर उड़ने वाली यह धूल लोगो को दमा रोगी बना रही है।अकेले पावनधाम रोड़ से रोटरी नेत्र चिकित्सालय तक की रोड़ पर तो धूल के गुब्बार उड़ते ही रहते है।इस मार्ग पर रहने वाले लोगो एवं दुकानदारो की हालत दिन ब दिन खस्ता हो रही है।उनके घरो एवं दुकानो पर दिनभर एक एक इंच धूल जम रही है तो यह धूल श्वास के रूप मे उनके शरीर मे जा रही है।हांलाकि लोगो के बढते जन आक्रोश को लेकर इस सड़क पर सीवरेज के ठेकेदार व्दारा सुबह शाम दिखावे के नाम पर पानी का छिड़काव भी किया जाता है,लेकिन गर्मी एवं पानी के छिड़काव मे कंजूसी बरतने के कारण इन सड़को पर दिनभर धूल यू ही उड़ती देखी जा सकती है।जानकार लोगो का कहना है कि अभी तक शहर में सीवरेज का आधा काम ही हो पाया है,इस आधे काम मे लोग यू परेशान है तो फिर पूरा होने तक उनको और परेशान यू ही होना पड़ेगा या परेशानी से निजात मिलेगी।जैतारण नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारी इस बिगड़़े हालात पर मौन धारण करने से उनकी कार्यप्रणाली पर भी अब प्रश्नचिन्ह लगने लगे है। इन अधिकारीयो को अपने एवं अपने परिवार की खुशहाली की ही चिन्ता है मगर शहरवासीयो की लगता है उनको तनिक भी चिन्ता नही है,यदि होती तो आज सीवरेज की आड़ मे इस शहर की यह दशा नही होती,जो दशा वर्तमान मे हो रही है...।9413063300

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