तस्वीर गवाह...!यहां हररोज बह जाता है पानी
जैतारण(आईबीखांन)।
राज्य सरकार के जलदाय मंत्री एवं जैतारण विधायक सुरेन्द्रगोयल के गृहनगर जैतारण के लोगो को भले ही चार-पांच दिन में एकबार पानी मिलता हो,लेकिन जल महकमे के अधिकारीयो की घोर लापरवाही के कारण शहर मे हर रोज हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है,जिसे रोकने के लिए विभाग समय पर पहल नही करता,कभी सीवरेज तो कभी टेलीफोन लाईनो की खुदाई का कारण बताकर अपना पल्ला झाड़ने वाला जलदाय विभाग आखिर कब तक यू बहाने बनाकर अपनी जिम्मेदारी से मुंह मौड़ता रहेगा,यह अहम सवाल अब हर कोई करने लगा है।जैतारण में जलदाय विभाग का आलम यह है कि यहां कोई अधिकारी क्षतिग्रस्त पाईप लाईनो में व्यर्थ बहते पानी की मेरा जैसा कोई व्यक्ति शिकायत करता तो उसे आदतन शिकायती की उपाधि देकर उसे टरका दिया जाता है,जबकि हकिकत मे उन लोगो की शिकायतो मे दम होता है,लेकिन जलदाय विभाग जो मानता ही नही...! बात क्षतिग्रस्त पाईप लाईनो की चल रही है तो हम यह बता देते है कि भ्रष्टाचार की नीव पर पिछले कुछ सालो में बिछाई गई जैतारण में यह पाईप लाईने सर्वाधिक क्षतिग्रस्त होती है,अलबत्ता वर्षो पुरानी पाईप लाईने यू ही सुरक्षित है।हां यह दिगर बात है कि वर्षो पुरानी वो लाईने फ्लोराईड़ के कारण जगह जगह अवरूध्द हो रखी है।जैतारण मे गुरूवार तड़के शहर के मुख्य सदर बाजार मे जगह जगह पाईप लाईने क्षतिग्रस्त होकर उनसे जलप्रवाह हो रहा था,लगभग पांच घंटे तक पूरे बाजार में आज हजारो लीटर पानी व्यर्थ बहता गया,मगर इसे रोकने का प्रयास नही किया गया।जलदाय विभाग की लापरवाही का आलम तो देखिए...लोगो ने मुख्य बाजार मे गंगा के मानिद व्यर्थ बहते पानी को रोकने के लिए विभाग के दफ्तर में फोन भी किये,मगर फोन को कोई रिसिव करने वाला नही,जब अधिकारीयों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होने सीवरेज लाईन का कारण बताया गया।अरे जनाब लाईन सीवरेज से क्षतिग्रस्त हुई यह मान भी लिया,मगर हजारो लीटर व्यर्थ बहने वाला पानी तो सीवरेज वालो का नही था,जितना पानी व्यर्थ गया,यदि उसे समय पर रोक लिया होता तो उस पानी से सैकड़ो घरो के हल्क तर हो जाते थे।लेकिन ऐसा करे कौन...?यह तो एक उदारण मात्र है यहां ऐसे किसे जैतारण मे हररोज होते ही रहते है।जनता पानी के लिए तरस रही है और जल महकमा आराम की नींद मे सौ रहा है।इसबात पर माननीय मंत्रीजी को भी बधाई...!9413063300
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