तो क्या नोटिस ही भेजेगे या कोई कार्यवाही भी करेगे...!
जैतारण(आईबीखांन)।
जैतारण शहरी निकाय परिक्षेत्र के इमली चौक इलाके मे निकाय के माननीय सदस्य श्री अशोक बम्म सहित दिगर अन्य लोगों व्दारा अपनी दुकानों के बाहर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किये जाने के मामले की निकाय के ही एक सदस्या एडवोकेट शरीन नाजिक व्दार की गई शिकायत पर शहरी निकाय ने बम्ब सहित दिगर अन्य दुकानदारों को सात दिन का नोटिस दिये जाने के बाद इन लोगों व्दारा अपने जबाब एवं निकाय व्दारा मांगे गये दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाने पर शहरी निकाय ने एक बार फिर श्री बम्म सहित दिगर अन्य लोगों को तीन दिन की अवधि का फिर नोटिस भेजा है।सुना है की जबाब देने की आज अंतिम तिथि है।इस नोटिस को लेकर देर रात अपन ने श्री बम्म से प्रतिक्रिया जानने का भी प्रयास किया मगर उन्होंने प्रतिक्रिया देने से तो मना नहीं किया, लेकिन यह जरूर बताया की निकाय को नोटिस का जबाब देगे।पहले से निकाय चुनाव के बाद अधिक संतान होने की शिकायत को लेकर चर्चा मे चल रहे बम्म अभी तक अधिक संतान के मामले मे जबाब दे भी नहीं पाये की उनको दूसरे मामले मे अब तक दो नोटिस मिल चुके है।निकाय मे अपनी अलग पहचान रखने वाले श्री बम्म की दुकान के बाहर क्या उन्होंने वाकई मे अतिक्रमण कर रखा है या नहीं लेकिन निकाय चुनाव के नामांकन पत्र भरते समय श्री बम्म ने एक काँलम मे इस बिन्दु पर नहीं भरा है।अपन पुराने इतिहास मे नहीं जाएगें।असल मे चर्चा नोटिस की हो रही है तो लाजमी है अपन भी इसी विषय पर लिखेंगे, निकाय की माननीया सदस्या एडवोकेट श्रीमती नाजिम ने आखिर अपने ही बोर्ड के माननीय सदस्य के साथ साथ दिगर लोगों की दुकानों के बाहर सरकारी जमीन पर किये गये अतिक्रमण की यह शिकायत उन्होंने क्यों की यह अपन नहीं जानते लेकिन एक अनाडीकलमकार होने के नाते मेरा नगरपालिका के हुक्मरानो से चंद सवाल है...? क्या जैतारण मे केवल ईमली चौक मे ही अतिक्रमण है या दिगर जगहो पर अतिक्रमण नहीं है।क्या श्री बम्ब आप व्दारा मांगे गये दस्तावेज श्री बम्म सहित दिगर लोग समय अवधि मे उपलब्ध नहीं करवाएगे तो क्या उन्हें तीसरी बार नोटिस देगे या फिर कोई कार्यवाही अमल मे लाएगे,और यदि वे दस्तावेज उपलब्ध करवा भी देगे और दस्तावेजों मे उनका अतिक्रमण साबित हो जाता है तो क्या उन्हें आप ध्वस्त करेंगे या नहीं...!चुकि अपन यह सवाल बम्म को लेकर नहीं कर रहे है,असल मे जैतारण नगरी निकाय क्षेत्र मे अब तक ऐसे कई उदाहरण एवं नजीरे अपने पास है जहां मौके पर अतिक्रमण साबित होने के बावजूद नगरी निकाय के हुक्मरानों ने उन मामलों को ठण्डे बस्तो मे डालकर निकाय ने उन्हें दाखिले दफ्तर कर रखें है।मेरी बात शहरी हुकूमत के साथ साथ माननीय सदस्य श्री बम्म एवं श्रीमती नाजिक को भले ही बुरी लगेगी, लेकिन हम अनाडीयो की एक बुरी आदत है जो हर मामले मे तर्क वितर्क करते है।चलते चलते अपन तो यही कहेंगे...!हजूर आपने अब तक इस मामले मे माननीय सदस्य को दो बार नोटिस तो भेजे है कई तीसरे नोटिस भेजने का तो अब आपका मानस नहीं है।वैसे अपन शहरी निकाय के उल्लेखनीय कार्यों से वर्षों से वाकिफ जो है...9413063300
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