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लो यह अक्टूबर भी आ गया,क्यों नहीं हो रही सफाई कर्मियों की भर्ती...!

आईबीखांन की कलम से
जैतारण शहर निकाय मे पिछले साढे तीन साल से अधिक समय से बेतौर सफाईकर्मियों के रूप मे अपनी नियुक्तियों होने की राह देख रहे स्थानीय वाल्मिकी समाज के लोगों की इस राह मे एकबार फिर अडगा फसता नजर आ रहा है।माह जुलाई मे इस समाज के लोगों व्दारा भर्ती की मांग को लेकर आन्दोलन की राह पर उतारू हुए थे,लेकिन माननीय मंत्री सुरेंद्र गोयल की दखल के बाद भले उस समय शहरी निकाय के हुक्मरानों एवं शहरी निकाय के मुख्याजी ने वाल्मीकि समाज के लोगों को आश्वस्त किया था की माह अक्टूबर मे जैतारण शहरी निकाय नियमनुसार भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर देगी, लेकिन अब जब अक्टूबर माह भी आ गया, लेकिन शहरी निकाय मे सफाईकर्मियों की भर्ती को लेकर फिलहाल कोई हलचल नजर नहीं आ रही है।पाठकों को याद होगा की इस अनाडीकलमकार ने आठ जुलाई 2017 को ही यह लिख दिया था की माह अक्टूबर मे भी इन लोगों की भर्ती नहीं हो पाएगी।और अब यही हो रहा है।वाल्मीकि समाज के लोगों की साढे तीन साल पुरानी अपनी यह मांग आखिर कब पूरी होगी यह तो अपन नहीं कह सकते, लेकिन एक अनाडीकलमकार होने के नाते इतना जरूर कयास लगा सकता हूं की वाल्मीकि समाज के लोगों की यह मांग राजनीति की भेंट चढने लगी,अलबत्ता ऐसा नहीं होता तो अब तलक शहरी निकाय अपने वादे के मुताबिक माह अक्टूबर से पहले ही जैतारण मे सफाई कर्मियों की भर्ती के लिए नियमनुसार प्रक्रिया शुरू कर देती, मगर इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा की सफाई कर्मियों की भर्ती के मामले मे वाल्मीकि समाज की इस भर्ती को रोकने के लिए जहां तक मेरा मानना है उसमें पर्दे के पीछे जरूर कोई राजनीतिक खेल खैला जा रहा है।यह खेल कौन और क्यो खेल रहे है,यह बात न तो वाल्मीकि समाज के वे लोग समझ पा रहे है और न ही शहरी निकाय के चुनींदा जनप्रतिनिधियो को समझ मे आ रही है।असल मे यह खेल सफाई कर्मियों की भर्ती लेने का श्रैय लेने के लिए खेला जा रहा है।असल मे पर्दे के पीछे अपना राजनीतिक खेल खेलने वाले नेता यह नहीं चाहते की मौजूदा सरकार के मंत्री सुरेंद्र गोयल के मंत्री कार्यकाल मे इनकी भर्ती हो,लेकिन यह भी याद रखना चाहिए की वाल्मीकि समाज के स्थाही रोजगार के लिए ऐसी राजनीति करना जायज नहीं है।यदि सफाईकर्मियों की भर्ती के मामले मे राजनेतिक खेल नहीं खेला जाता तो साढे तीन वर्षों मे अबतक वाल्मीकि समाज के पात्र लोगों को नियमानुसार नियुक्ति मिल जाती थी।हालांकि सफाई कर्मचारियों की भर्ती के इत्यादि मामले को लेकर पिछले दिनो शहरी निकाय के सतापक्ष एवं विपक्षी सदस्यों ने शहरी मुख्याजी व्दारा शहरी निकाय की नियमनुसार दो माह के अन्तराल मे बैठकों का आयोजन नहीं करने से खफा होकर बैठक आहूत करने की मांग को लेकर पालिका के अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया, लेकिन बैठक आयोजन की तिथि फिलहाल तय नहीं हो पाई है।चलते चलते अपन तो यही कहेंगे की राजनैतिक खेल खेलने के लिए बहुतरे सियासी मैदान खाली है,कमसकम वाल्मीकि समाज के सफाई भर्ती के मामले मे तो ऐसा खेल मत खेलों...!जैतारण शहरी निकाय मे बेतौर सफाई कर्मचारी के रूप मे नौकरी पाने की उम्मीद लिए कई आवेदक इस दुनियां से रूखसत भी हो गए, लेकिन उनकी यह हसरत पूरी नहीं हो पाई...9413063300

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