आखिर कब शुरू होगी समर्थन मूल्यों पर जैतारण मे मूंगो की खरीद...!
जैतारण(आईबीखांन)।
कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी बैमौसमी बरसात का दंश झेलने वाले जैतारण क्षेत्र के किसानों के लिए इसबार राम तो रूटा ही रूटा,मगर अब राज भी रूटने लगा है,दरअसल सरकार व्दारा समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद करने की घोषणाएं किये जाने के बावजूद जैतारण मे अभी तलक समर्थन मूल्यों पर मूंग खरीदने के लिए न तो केंद्र स्थापित किया गया है और न ही जैतारण क्रय-विक्रय सहकारी समिति व्दारा फिलहाल इसकी कोई तैयारियां की जा रही है।ऐसे मे जैतारण अंचल के किसानों को अपने मूंगो का न तो वाजिब दाम मिल पा रहे है और न ही वे मंडीयो मे समर्थन मूल्य पर सरकार व्दारा मूंगो की खरीद करने की उम्मीद को लेकर बेच पा रहे है।उल्लेखनीय है कि जैतारण क्षेत्र मे मानसून की पहली बरसात के साथ ही इस क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों मे मूंग की फसल की बम्पर बुवाई की गई थी, लेकिन इसबार किसानों का यह दुर्भाग्य ही रहा की उन्होंने जिस उम्मीद को लेकर बुवाई की उसके अनरूप न तो इसकी पैदावार हो पाई, अलबत्ता मूंग की फसल मे रोग लगने के इसबार किसानों की मूंग की आशाजनक पैदावार नहीं हो पाई।दोहरी मार झेलने वाले इन किसानों की हालत यह हो गई की न तो उनकी खराब हुई मूंगो इत्यादि की फसलों का सरकारी स्तर पर सर्वे करवाया गया और न ही अब सरकार खराबा के सरकारी आकलंन के अभाव मे उन्हें फसल बीमा योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।बकौल युवा किसान नेता हीरालाल भाटी राबडियावास का इस पर तर्क है की सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है, उनका कहना है कि किसानो द्वारा अपने नुकसान पर फसल बीमा लागू करने और सरकारी मूल्य में मूंग की खरीद शुरू कराने के लिए पिछले दिनों दिये गये ज्ञापन पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है आखिर कब तक किसानों के सब्र का इम्तहान लेती रहेगी। उन्होंने बताया की अगर अब अति शीघ्र सरकारी खरीद शुरू नहीं कि तो अगामी दिनों में अनिश्चित कालीन धरना दिया जाएगा।अबजब प्रदेशभर मे सरकार नेफेड एवं राजफेड के मार्फत समर्थन मूल्यों पर मूंगो की खरीद कर रही है,लेकिन जैतारण मे समर्थन मूल्य पर मूंगो की खरीद करने के आदेश आने के बावजूद स्थानीय स्तर पर फिलहाल इन आदेशों की पालना नहीं हो पा रही है।क्षेत्र का किसान अपने मूंगो को उचित दामों पर बेचने के लिए लगातार केंद्र खुलने की राह देख रहे है,मगर उनकी इस राह मे यह रोडा क्यों अटक रहा है यह देखने वाला कोई नहीं है।हैरानी की बात तो यह है की जैतारण मे किसानों के नाम पर अपनी राजनीतिक जाजम जमाने वाले स्थापित नेताओं को भी किसानों की यह पीडा अभी तक दिख नहीं रही है,अलबत्ता दिखाई देती तो वे जैतारण मे समर्थन मूल्यों पर मूंगो की खरीद शुरू करवाने के लिए न तो सरकार पर दबाव बना पा रहे है और न ही किसानों के लिए बोल रहे है।मुझे लगता है की उन्हें शायद यह पता ही नहीं है की सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंगो की खरीद शुरू भी कर दी है।एक हीरालाल भाटी किसानों के लिए जैतारण मे गैर राजनेतिक रूप से बार बार उनके हको की मांग कर रहे है।वाजे रहे की बीते साल भी जैतारण इलाके मे समर्थन मूल्यों पर मूंग की खरीद का यह केंद्र सबसे बाद शुरू किया गया था,जिससे किसानों को अपने मूंगो को व्यापारियों एवं बिचौलिए दलालों को मुहमांगे दामों पर बेचने पर मजबूर होना पडा था,सरकार एवं प्रशासनिक अधिकारियों को किसानों की इस मांग पर बिना किसी किसान आन्दोलन की राह देखकर जैतारण मे यह केन्द्र जल्द शुरू करवाने की पहल करनी चाहिए...9413063300
कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी बैमौसमी बरसात का दंश झेलने वाले जैतारण क्षेत्र के किसानों के लिए इसबार राम तो रूटा ही रूटा,मगर अब राज भी रूटने लगा है,दरअसल सरकार व्दारा समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद करने की घोषणाएं किये जाने के बावजूद जैतारण मे अभी तलक समर्थन मूल्यों पर मूंग खरीदने के लिए न तो केंद्र स्थापित किया गया है और न ही जैतारण क्रय-विक्रय सहकारी समिति व्दारा फिलहाल इसकी कोई तैयारियां की जा रही है।ऐसे मे जैतारण अंचल के किसानों को अपने मूंगो का न तो वाजिब दाम मिल पा रहे है और न ही वे मंडीयो मे समर्थन मूल्य पर सरकार व्दारा मूंगो की खरीद करने की उम्मीद को लेकर बेच पा रहे है।उल्लेखनीय है कि जैतारण क्षेत्र मे मानसून की पहली बरसात के साथ ही इस क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों मे मूंग की फसल की बम्पर बुवाई की गई थी, लेकिन इसबार किसानों का यह दुर्भाग्य ही रहा की उन्होंने जिस उम्मीद को लेकर बुवाई की उसके अनरूप न तो इसकी पैदावार हो पाई, अलबत्ता मूंग की फसल मे रोग लगने के इसबार किसानों की मूंग की आशाजनक पैदावार नहीं हो पाई।दोहरी मार झेलने वाले इन किसानों की हालत यह हो गई की न तो उनकी खराब हुई मूंगो इत्यादि की फसलों का सरकारी स्तर पर सर्वे करवाया गया और न ही अब सरकार खराबा के सरकारी आकलंन के अभाव मे उन्हें फसल बीमा योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।बकौल युवा किसान नेता हीरालाल भाटी राबडियावास का इस पर तर्क है की सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है, उनका कहना है कि किसानो द्वारा अपने नुकसान पर फसल बीमा लागू करने और सरकारी मूल्य में मूंग की खरीद शुरू कराने के लिए पिछले दिनों दिये गये ज्ञापन पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है आखिर कब तक किसानों के सब्र का इम्तहान लेती रहेगी। उन्होंने बताया की अगर अब अति शीघ्र सरकारी खरीद शुरू नहीं कि तो अगामी दिनों में अनिश्चित कालीन धरना दिया जाएगा।अबजब प्रदेशभर मे सरकार नेफेड एवं राजफेड के मार्फत समर्थन मूल्यों पर मूंगो की खरीद कर रही है,लेकिन जैतारण मे समर्थन मूल्य पर मूंगो की खरीद करने के आदेश आने के बावजूद स्थानीय स्तर पर फिलहाल इन आदेशों की पालना नहीं हो पा रही है।क्षेत्र का किसान अपने मूंगो को उचित दामों पर बेचने के लिए लगातार केंद्र खुलने की राह देख रहे है,मगर उनकी इस राह मे यह रोडा क्यों अटक रहा है यह देखने वाला कोई नहीं है।हैरानी की बात तो यह है की जैतारण मे किसानों के नाम पर अपनी राजनीतिक जाजम जमाने वाले स्थापित नेताओं को भी किसानों की यह पीडा अभी तक दिख नहीं रही है,अलबत्ता दिखाई देती तो वे जैतारण मे समर्थन मूल्यों पर मूंगो की खरीद शुरू करवाने के लिए न तो सरकार पर दबाव बना पा रहे है और न ही किसानों के लिए बोल रहे है।मुझे लगता है की उन्हें शायद यह पता ही नहीं है की सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंगो की खरीद शुरू भी कर दी है।एक हीरालाल भाटी किसानों के लिए जैतारण मे गैर राजनेतिक रूप से बार बार उनके हको की मांग कर रहे है।वाजे रहे की बीते साल भी जैतारण इलाके मे समर्थन मूल्यों पर मूंग की खरीद का यह केंद्र सबसे बाद शुरू किया गया था,जिससे किसानों को अपने मूंगो को व्यापारियों एवं बिचौलिए दलालों को मुहमांगे दामों पर बेचने पर मजबूर होना पडा था,सरकार एवं प्रशासनिक अधिकारियों को किसानों की इस मांग पर बिना किसी किसान आन्दोलन की राह देखकर जैतारण मे यह केन्द्र जल्द शुरू करवाने की पहल करनी चाहिए...9413063300
Post a Comment