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तो क्या सडक बनाकर जनता पर अहसान कर रहे है ठेकेदार...!

जैतारण(आईबीखांन)।
जैतारण शहरी निकाय क्षेत्र के विभिन्न गली-मोहल्ले एवं प्रमुख सडक मार्गों पर सीवरेज लाईन बिछाने के लिए सीवरेज के ठेकेदारों व्दारा उखाडी गई सी.सी.एवं दिगर सडको का इन दिनों ठेकेदार व्दारा पुर्ननिर्माण कर मानो शहरी निकाय एवं शहरवासियों पर अहसान कर रहे है।दरअसल सीवरेज के ठेकेदार व्दारा इन सडको का निर्माण जिन नियम कायदों एवं निर्धारित मापदंडो के तहत करना चाहिए था,उसके लिहाज से इनका निर्माण नहीं किया जा रहा है।आनन फानन बनाई जा रही और बनाई गई शहर के विभिन्न स्थानों पर सी.सी.सडको के हाल निर्माण के कुछ दिनों बाद ही बेहाल होने लगे है।ठेकेदार रातो रात इन सडको का निर्माण कर अपने सीवरेज के कार्य को जल्द पूरा करने के चक्कर मे इन सडको पर निर्माण के बाद जैसा की लोग बता रहे है उसके अनुसार कई पर भी सी.सी.सडको पर न तो पानी का छिडकाव किया जा रहा है और न ही इन सडको पर बजरी की केरीया बनाई है,जिससे की इन सडको को पकाने के लिए उनमें पानी जमा किया जा सके।हैरत की बात तो यह है की सीवरेज के ठेकेदारों व्दारा अपनाई जा रही इस लापरवाही की लोग शहरी निकाय के हुक्मरानों के समक्ष इसकी शिकायत भी कर रहे है,मगर यह जैतारण की शहरी निकाय है,यहां शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जाता है।हालांकि पिछले दिनों इस अनाडीकलमकार ने भी ठेकेदार के इस रैवये को लेकर शहरी निकाय के तकनीकी अधिकारी के समक्ष शिकायत की जिस पर उन्होंने ठेकेदार को पानी छिडकाव के सख्ती के साथ निर्देश दिये।उनके निर्देश का असर इतना जरूर हुआ की सीवरेज के ठेकेदार इस अनाडीकलमकार की झोपड़ी के आगे बनी सी.सी.सडक पर केवल मुझे दिखाने के लिए यहां दिन मे पांचबार सी.सी.सडक पर जल छिडकाव कर केवल मुझे खुश करने का जतन कर रहे है,लेकिन मुझे असली खुशी तब ही मिलेगी, जब इसी तर्ज पर शहर मे अब तक उनके व्दारा बनाई सी.सी.सडको पर यू जल छिडकाव किया जाय।निर्माण तकनीक के जानकार लोग बताते है कि यदि इन सडको पर पानी का प्रयाप्त मात्रा मे छिडकाव नहीं किया जाता है तो यह सडके कुछ दिनों के बाद उखडने लगेगी।जैसा की शहर मे कई सडके पानी की तराई के अभाव मे अभी से अपना असर दिखाने लगी है,इन सडको की हालत यह हो रही है की सीमेन्ट सफेद पाउडर बनकर उड रही है।शहर के अनेक सडके इस बात की गवाही देने लगी है।बहरहाल लाखों रूपये खर्च कर बनाई जा रही इन सडको पर ठेकेदार व्दारा जो लापरवाही अपना रहा है,उस लापरवाही को शहरी निकाय नजरअंदाज क्यों कर रहा है यह अहम सवाल अबतलक अपन समझ नहीं पा रहे है...9413063300

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