मनोनयन दो सदस्यों का,मगर शपथ एक ने ही क्यों ली...?
आईबीखांन की कलम से
राज्य सरकार व्दारा जैतारण नगरपालिका मे हाल ही मे किये गये दो सहवृत सदस्यों के मनोयन मे से एक सदस्य के वर्ष 1995 के बाद तीसरी संतान होने के संबंध मे जैतारण के एक शख्स व्दारा अधिक संतान के मामले को लेकर उस सदस्य की जैतारण उपखंड अधिकारी जे.पी.बैरवा एवं अधिशाषी अधिकारी हरीशचंद्र गहलोत के समक्ष की गई शिकायत की खबर खांन मीडिया मे प्रसारित होने के बाद तीसरी संतान का मामला जैतारण के सियासी गलियारों मे खास चर्चा का विषय बन गया है।हालांकि कल अधिशाषी अधिकारी व्दारा तीसरी संतान के नियम सहवृत सदस्यों पर लागू न होने की बात कही थी,लेकिन आज उपखंड अधिकारी बैरवा ने जब नव मनोनीत दोनों सहवृत सदस्यों को अपने कार्यालय मे शपथ लेने के लिए बुलाया गया तो शपथ लेने के लिए केवल महिला सहवृत सदस्या श्रीमती ललिता सिसोदिया ही शपथ लेने पहुंची।ऐसे मे दूसरे सदस्य के शपथ लेने के लिए न आने पर इससे यह जाहिर होता है कि शिकायकर्ता जो भी है उसकि शिकायत मे जरूर दम था, अलबत्ता शिकायत मे दम न होता तो नव मनोनीत सहवृत सदस्य बगदाराम रूणेचा शपथ लेने जरूर आते,लेकिन वे शपथ ग्रहण के कार्यक्रम मे नहीं आए।हालांकि इस अनाडीकलमकार ने उपखंड अधिकारी जे.पी.बैरवा से भी बात की जिसमें उन्होंने खांन मीडिया को बताया की उन्होंने दोनों को शपथ के लिए बुलाया गया।जब उनसे हमने यह जानने का प्रयास किया की शिकायतकर्ता की शिकायत सत्य थी क्या...?इस पर उन्होंने कहा की जिनकी शिकायत हुई है वो आए ही नहीं तो बिना उनसे जाने यह कैसे बताए की उनके वर्ष 1995 के बाद तीसरी संतान है या नहीं।मुझे श्री बैरवा जी का तर्क भी लाजमी लगा।लेकिन एक अनाडीकलमकार होने के नाते हमने नव मनोनीत सदस्य बगदाराम रूणेचा से भी शपथ ग्रहण न करने का कारण जानने का प्रयास किया।उन्होंने अपनी बेबाक बात जो बयां करनी थी उन्होंने कर दी,जिसे अपन सार्वजनिक करना उचित नहीं समझते...!लेकिन उनके शपथ न लेने के पिछे जरूर उस शिकायकर्ता की शिकायत ही एक मात्र कारण मानी जा रही है।उल्लेखनीय है कि जैतारण नगरपालिका मे राज्य सरकार व्दारा अबतलक चार सदस्यों का सहवृत सदस्य के रूप मे मनोनयन किया गया था जहां कुछ महिने पहले भी दो सदस्यों के नगरपालिका के अधिनियम के तहत दसवीं पास न होने के कारण उनकी भी शिकायत होने पर उस समय चार मे से मात्र दो सदस्यों ने ही शपथ ली थी।चुकि दो सदस्यों के पद यहां रिक्त थे तो राज्य सरकार ने इस रिक्त स्थान पर कुछ दिन पहले दो नये सदस्यों का मनोनयन किया गया था।दो नये सदस्यों का मनोनयन होने पर पिछले दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं इत्यादि ने माननीय मंत्री सुरेंद्र गोयल का धन्यवाद एवं आभार तक व्यक्त किया गया था।लेकिन एकबार फिर एक सदस्य के अधिक संतान होने के मामले मे शिकायत होने पर आज एक सदस्य ही शपथ ले पाये।चलते चलते अपन तो यही कहेंगे की अब एक सदस्य का यदि सहवृत सदस्य के रूप मे यदि मनोयन करने की आवश्यकता होती है तो इसबार जिनके नाम की भी अभिशंषा की जाय उसके बारे मे पूरी जांच पडताल की जानी चाहिए...!क्योंकि ऐसे मामले सामने आने पर किरकिरी तो होती ही है...9413063300
राज्य सरकार व्दारा जैतारण नगरपालिका मे हाल ही मे किये गये दो सहवृत सदस्यों के मनोयन मे से एक सदस्य के वर्ष 1995 के बाद तीसरी संतान होने के संबंध मे जैतारण के एक शख्स व्दारा अधिक संतान के मामले को लेकर उस सदस्य की जैतारण उपखंड अधिकारी जे.पी.बैरवा एवं अधिशाषी अधिकारी हरीशचंद्र गहलोत के समक्ष की गई शिकायत की खबर खांन मीडिया मे प्रसारित होने के बाद तीसरी संतान का मामला जैतारण के सियासी गलियारों मे खास चर्चा का विषय बन गया है।हालांकि कल अधिशाषी अधिकारी व्दारा तीसरी संतान के नियम सहवृत सदस्यों पर लागू न होने की बात कही थी,लेकिन आज उपखंड अधिकारी बैरवा ने जब नव मनोनीत दोनों सहवृत सदस्यों को अपने कार्यालय मे शपथ लेने के लिए बुलाया गया तो शपथ लेने के लिए केवल महिला सहवृत सदस्या श्रीमती ललिता सिसोदिया ही शपथ लेने पहुंची।ऐसे मे दूसरे सदस्य के शपथ लेने के लिए न आने पर इससे यह जाहिर होता है कि शिकायकर्ता जो भी है उसकि शिकायत मे जरूर दम था, अलबत्ता शिकायत मे दम न होता तो नव मनोनीत सहवृत सदस्य बगदाराम रूणेचा शपथ लेने जरूर आते,लेकिन वे शपथ ग्रहण के कार्यक्रम मे नहीं आए।हालांकि इस अनाडीकलमकार ने उपखंड अधिकारी जे.पी.बैरवा से भी बात की जिसमें उन्होंने खांन मीडिया को बताया की उन्होंने दोनों को शपथ के लिए बुलाया गया।जब उनसे हमने यह जानने का प्रयास किया की शिकायतकर्ता की शिकायत सत्य थी क्या...?इस पर उन्होंने कहा की जिनकी शिकायत हुई है वो आए ही नहीं तो बिना उनसे जाने यह कैसे बताए की उनके वर्ष 1995 के बाद तीसरी संतान है या नहीं।मुझे श्री बैरवा जी का तर्क भी लाजमी लगा।लेकिन एक अनाडीकलमकार होने के नाते हमने नव मनोनीत सदस्य बगदाराम रूणेचा से भी शपथ ग्रहण न करने का कारण जानने का प्रयास किया।उन्होंने अपनी बेबाक बात जो बयां करनी थी उन्होंने कर दी,जिसे अपन सार्वजनिक करना उचित नहीं समझते...!लेकिन उनके शपथ न लेने के पिछे जरूर उस शिकायकर्ता की शिकायत ही एक मात्र कारण मानी जा रही है।उल्लेखनीय है कि जैतारण नगरपालिका मे राज्य सरकार व्दारा अबतलक चार सदस्यों का सहवृत सदस्य के रूप मे मनोनयन किया गया था जहां कुछ महिने पहले भी दो सदस्यों के नगरपालिका के अधिनियम के तहत दसवीं पास न होने के कारण उनकी भी शिकायत होने पर उस समय चार मे से मात्र दो सदस्यों ने ही शपथ ली थी।चुकि दो सदस्यों के पद यहां रिक्त थे तो राज्य सरकार ने इस रिक्त स्थान पर कुछ दिन पहले दो नये सदस्यों का मनोनयन किया गया था।दो नये सदस्यों का मनोनयन होने पर पिछले दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं इत्यादि ने माननीय मंत्री सुरेंद्र गोयल का धन्यवाद एवं आभार तक व्यक्त किया गया था।लेकिन एकबार फिर एक सदस्य के अधिक संतान होने के मामले मे शिकायत होने पर आज एक सदस्य ही शपथ ले पाये।चलते चलते अपन तो यही कहेंगे की अब एक सदस्य का यदि सहवृत सदस्य के रूप मे यदि मनोयन करने की आवश्यकता होती है तो इसबार जिनके नाम की भी अभिशंषा की जाय उसके बारे मे पूरी जांच पडताल की जानी चाहिए...!क्योंकि ऐसे मामले सामने आने पर किरकिरी तो होती ही है...9413063300
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