आखिर सीवरेज के ठेकेदारों के आगे बेबस क्यों है जलदाय विभाग...!
जैतारण(आईबीखांन)।
जैतारण शहरी निकाय क्षेत्र के मुख्य बस स्टैंड सहित दिगर जगहों पर इन दिनों सीवरेज के ठेकेदारों व्दारा वंचित स्थानों पर सीवरेज पाईप लाईनों को बिछाने एवं उन्हें जोडने के लिए खौदी जा रही शहर की सडको के नीचे आने वाली जल महकमे की भूमिगत पाईप लाईनों को सीवरेज ठेकेदारों व्दारा जगह जगह से न केवल छिन्न भिन्न किया जा रहा है,अलबत्ता कई जगहों पर जमीदोज हो चुकी जल महकमे की पाईप लाईनों की सीवरेज ठेकेदार फोरी तौर पर मरहम पट्टी कर उन्हें राम भरोसे पाटा जा रहा है,लेकिन हैरत की बात यह है की शहर मे इतना कुछ होने के बावजूद जलदाय विभाग की नींद नही उड रही है।जलदाय विभाग की बेबसी का आलम यह है की सीवरेज ठेकेदारों व्दारा अपनी मनमर्जी से क्षतिग्रस्त पाईप लाईनों की आनन फानन मे मरम्मत कर देता है,लेकिन विभागीय अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगती।जैतारण मुख्य बस स्टैंड पर पिछले चार पांच दिनों से सीवरेज वालों ने अबतलक पांचबार जलदाय विभाग की लाईन को तौडकर अपने स्तर पर ही इसकी मरम्मत करते आ रहे है,मगर जल महकमे का शहरी जिम्मा संभालने वाले तकनीकी अधिकारीयो को अपनी पाईप लाईनें टूटने एवं उनकी गैर मौजूदगी मे फौरी तौर पर मरम्मत किये जाने के बाद भी न जाने क्यों वे अपनी लाईनों की खैर खबर तक नहीं ले रहे है।इससे बडे जल महकमे के लिए दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है की जैतारण बस स्टैंड पर इन सीवरेज वालों के व्दारा तौडी गई पाईप लाईन से सैकड़ों लीटर पानी व्यर्थ बहता रहा, लेकिन जलदाय विभाग के शहरी तकनीकी अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी,और यदि भनक लग भी गई होगी तो उन्होंने एकबार भी आकर मौके पर आकर इन सीवरेज वालों को यह ताकीद करना तक मुनासिब नहीं समझा।मंगलवार को जल महकमे की खस्ताहाल पाईप लाईन की घटिया मरम्मती का कार्य इस अनाडीकलमकार ने होता देखा तो अपन ने इसकी सूचना जलदाय विभाग के बडे अधिकारियों को इसकी स्थिति से अवगत करवाया, मौके पर आए अधिकारी ने सीवरेज के ठेकेदारों व्दारा मौके पर जो कार्य एवं कार्य मे प्रयुक्त ली जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता का पता किया तो उन्होंने नई लाईन बिछाने का सख्ती के साथ फरमान जारी कर चल दिये।मुझे अच्छी तरह याद है की जल महकमे मे इससे पहले ऐसी स्थिति पहले अपन ने नहीं देखी,लेकिन बडे दुर्भाग्य की बात है की सीवरेज के ठेकेदार जल महकमे की लाईनों की अपनी मनमर्जी से मरम्मत कर रहे है और महकमे को इसकी भनक तक नहीं लग रही है।यहां यह उल्लेखनीय है की पहले सीवरेज के ऐसे कार्यों पर नकेल कसने के लिए तत्कालीन अधिकारी बकायदा पुलिस मे इनके खिलाफ मामला तक दर्ज करवाने तक की कार्यवाही करते थे,मगर अब न जाने जलदाय विभाग अपनी लाईनों की हो रही दुर्गति पर आंखें क्यों मूंद रहा है।सीवरेज ठेकेदारों के व्दारा जल महकमे की जलदाय विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी मे जहां जहां भी क्षतिग्रस्त लाईनों की मरम्मत की है,उस पर मेरा दावा है की आने वाले समय मे जगह जगह से ऐसी लाईनों से जल रिसाव होगा, आज नहीं तो कल विभाग को यह पीडा भुगतनी ही पडेगी।मेरी बात भले ही कडवी लग रही होगी, लेकिन परम सत्य यही है...9413063300
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